जयपुर. महिला सशक्तिकरण (Women empowerment) को बढ़ावा देते हुए अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) ने अलवर जिले का पूरा प्रशासनिक ढांचा महिला शक्ति के हाथों में सौंप दिया है. अलवर जिले के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जिले के तीन महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों की कमान महिलाओं के हाथों में होगी. राज्य सरकार ने रविवार को देर रात आदेश जारी कर उदयपुर की कलक्टर आनंदी को अलवर का नया कलक्टर नियुक्त कर दिया है.
इसके साथ ही जिले के तीनों महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों की कमान अब महिला शक्ति के हाथ में आ गई है. 2 जुलाई को जारी तबादला सूची में अलवर के पुलिस अधीक्षक अनिल परिस देशमुख के स्थान पर राज्य सरकार ने तेजस्विनी गौतम को वहां का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया था. जिला न्यायाधीश का पद पहले से ही संगीता शर्मा संभाल रही हैं. अब सरकार में आनंदी को अलवर का कलक्टर बना दिया है.
किसान की बेटी हैं जिला कलक्टर आनंदी
नवनियुक्त जिला कलक्टर आनंदी तमिलनाडु की रहने वाली हैं. आनंदी का जन्म 1982 में हुआ था. साधारण परिवार में जन्म लेने वाली आनंदी एक किसान की बेटी हैं. 2007 बैच की आईएएस अधिकारी आनंदी अलवर कलक्टर लगाए जाने से पूर्व 4 जिलों की कलक्टर रह चुकी हैं. जिला कलक्टर के रूप में अलवर पांचवा जिला है. वे इससे पहले राजसमंद, सवाई माधोपुर, बूंदी और उदयपुर कलक्टर रह चुकी हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आनंदी की कार्यप्रणाली से बेहद खुश हैं. आईएएस आनंदी को प्रशिक्षण काल के दौरान 1 वर्ष तक जोधपुर जिले में कार्य करने का अनुभव है.
तेज तर्रार आईपीएस अफसर हैं तेजस्विनी गौतम
तेजस्विनी गौतम 2013 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. उनका जन्म दिल्ली में हुआ. एलएलबी डिग्रीधारी तेजस्विनी गौतम तेज तर्रार आईपीएस अफसर मानी जाती हैं. तेजस्विनी गौतम चूरू और बांसवाड़ा की पुलिस अधीक्षक रह चुकी हैं. सरकार ने अब उन्हें अलवर की अहम जिम्मेदारी दी है. अलवर कानून व्यवस्था के हिसाब से बेहद संवेदनशील जिला माना जाता है. ऐसा माना जा रहा है कि एसएचओ विष्णु दत्त सुसाइड मामला चूरू एसपी तेजस्विनी गौतम और आईजी संजीव कुमार नार्जरी के तबादले का प्रमुख कारण बना. एसएचओ विष्णु दत्त मामले की सीबीआई जांच कर रही है.
मार्च माह से यहां जिला जज हैं संगीता शर्मा
राजस्थान हाईकोर्ट प्रशासन ने गत 9 मार्च को 8 जिला एवं सेशन जजों के तबादले किए थे. इस तबादला सूची में संगीता शर्मा को अलवर जिला एवं सेशन जज नियुक्त किया गया था. डीजे संगीता शर्मा अपनी जिम्मेदारी बेहतरीन ढंग से निभा रही हैं. अब सरकार ने अलवर जिले के प्रशासनिक ढांचे की पूरी कमान महिला शक्ति के हाथ में सौंप दी है.
Source: MSN Hindi