दुनियाभर में फैले भारतीय शोधकर्ताओं और विद्वानों का महात्मा गांधी की जयंती पर शुरू हुआ वैश्विक भारतीय वैज्ञानिक-वैभव सम्मेलन कल समाप्त हो गया। विदेशों में बसे तकरीबन दो हजार छह सौ भारतीयों ने इस सम्मेलन में ऑनलाइन पंजीकरण कराया था। एक महीने तक चले इस सम्मेलन में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए तीन हजार दो सौ विशेषज्ञों और बाईस हजार पांच सौ विद्वानों और वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मेलन का गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्तूबर को उद्घाटन किया था। इसमें परिचर्चाएं तीन अक्तूबर को आरंभ हुई और सरदार पटेल की जयंती पर इसका समापन हुआ। तकरीबन सात सौ बाईस घंटे तक चले विचार-विमर्श में विभिन्न मुद्दों को शामिल किया गया । परिचर्चा का आयोजन प्रमुख संस्थानों ने किया। निष्कर्ष की समीक्षा परामर्श परिषद् ने की। परामर्श परिषद् के अध्यक्ष नीति आयोग के सदस्य वी के सारस्वत और सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजयन राघवन थे।
Source: News On Air