
अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग द्वारा निर्मित आठ अपाचे हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना में शामिल किये गये। इसके लिए पठानकोट एयरबेस में एक समारोह का आयोजन किया गया, एयर चीफ मार्शल बी. एस. धनोआ पठानकोट एयर फोर्स स्टेशन में आयोजित होने वाले इस समारोह के मुख्य अतिथि थे। अपाचे एएच-64ई दुनिया के सबसे उन्नत बहु-भूमिका वाले लड़ाकू हेलीकॉप्टर है और अमेरिकी सेना इसका इस्तेमाल करती है। मार्च, 2020 तक भारतीय वायुसेना में 22 अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल हो जायेंगे,आईएएफ ने अपाचे हेलीकॉप्टर के लिए अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ सितम्बर 2015 में 13,952 करोड़ रुपये के सौदे पर हस्ताक्षर किये थे।
यह हेलिकॉप्टर विश्व का सबसे घातक अटैक हेलिकॉप्टर माना जाता है। अपाचे हेलिकॉप्टर Mi-35 हेलिकॉप्टर का स्थान लेंगे, यह हेलिकॉप्टर को भारत के पश्चिमी क्षेत्र में तैनात किया जायेंगे। गौरतलब है कि इन हेलिकॉप्टर को ऑपरेट करने के लिए भारतीय वायुसेना के चयनित रेव ने अमेरिका के अलबामा में अमेरिकी सेना के बेस में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। भारतीय वायुसेना में अपाचे हेलिकॉप्टर को शामिल करना इसके हेलिकॉप्टर के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर में 16 एंटी टैंक एजीएम-114 हेलफायर और स्ट्रिंगर मिसाइल लगी होती है। हेलफायर मिसाइल किसी भी आर्मर्ड व्हीकल जैसे टैंक, तोप, बीएमपी वाहनों को पल भर में उड़ा सकती है। वहीं स्ट्रिंगर मिसाइल हवा से आने वाले किसी भी खतरे का सामना करने में सक्षम है। इसके साथ ही इसमें हाइड्रा-70 अनगाइडेड मिसाइल भी लगा होता है जो जमीन पर किसी भी निशाने को तबाह कर सकता है।
Source : Hindi Samachar.com