केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम, मिशन कर्मयोगी को मंजूरी प्रदान की। यह कार्यक्रम सरकारी कर्मचारियों के लिए क्षमता निर्माण का आधार होगा ताकि वे विश्वभर से उत्कृष्ट कार्य पद्धतियां सीखते हुए भारतीय संस्कृति से भी निरंतर जुड़े रहें। मिशन कर्मयोगी का लक्ष्य भविष्य के लिए ऐसे भारतीय लोक सेवक तैयार करना है, जो अधिक रचनात्मक, चिंतनशील, नवाचारी, व्यावसायिक और प्रौद्योगिकी-सक्षम हों। पत्रकारों को जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि कर्मयोगी स्कीम, मानव संसाधन विकास की दिशा में सरकार की सबसे बड़ी पहल होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मिशन कर्मयोगी से सरकार में मानव संसाधन प्रबंधन की पद्धतियों में मूलभूत सुधार आएगा। श्री मोदी ने ट्वीट में कहा कि इस मिशन से अत्याधुनिक ढांचे के विकास और सरकारी कर्मचारियों की क्षमता बढाने में मदद मिलेगी। श्री मोदी ने कहा कि मिशन कर्मयोगी का लक्ष्य सरकारी कर्मचारियों को भविष्य के लिए तैयार करना है ताकि वे अधिक रचनात्मक बनें और पारदर्शिता तथा प्रौद्योगिकी के जरिये नवाचार को अपना सकें।
Source: News On Air