प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज असम के कोकराझार में बोडो समझौते के बारे में आयोजित किए जा रहे एक समारोह में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा की गई है।
समारोह की सफलता के व्यापक प्रबंध किए गए हैं, जिसमें चार से पांच लाख लोगों के हिस्सा लेने की सम्भावना है। बोडो समझौते और प्रधानमंत्री की यात्रा का स्वागत करने के लिए कल ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन ने एक बाइक रैली निकाली।
प्रधानमंत्री के साथ असम के मुख्यमंत्री सर्बानन्द सोनोवाल और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
कानून व्यवस्था से सम्बद्ध अपर पुलिस महानिदेशक जी.पी. सिंह ने आकाशवाणी संवाददाता को सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी दी।
त्रिपक्षीय बोडो समझौते पर पिछले महीने की 27 तारीख को केन्द्र, असम सरकार और प्रतिबंधित उग्रवादी गुट नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड की ओर से हस्ताक्षर किए गए थे।
इस समझौते का लक्ष्य असम के सबसे बड़े जनजातीय समूहों में से एक बोडो समुदाय को राजनीतिक और आर्थिक लाभ प्रदान करना है। समझौते के अनुसार, बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद के ढांचे को मज़बूत बनाया जाएगा।
इसकी सीटें चालीस से बढ़ाकर साठ की जाएंगी और उसे ज्यादा अधिकार दिए जाएंगे। अगले तीन वर्षों में पन्द्रह सौ करोड़ रूपये की लागत से क्षेत्र में आर्थिक कार्यक्रम लागू किया जाएगा, जिसमें केन्द्र और राज्य का बराबर योगदान होगा। असम सरकार शीघ्र बोडो भाषा को राज्य की सहयोगी राजभाषा के रूप में अधिसूचित करेगी।
Source: News On Air