प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इंडिया आइडियाज़ समिट को संबोधित किया, जिसे यूएस-इंडिया बिज़नेस काउंसिल की तरफ से आयोजित किया गया था. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि USIBC की मदद से भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत हुए हैं.
अपने संबोधन में पीएम ने आत्मनिर्भर भारत अभियान पर बल देते हुए कहा कि विश्व को समृद्ध बनाने में भारत अपना योगदान दे रहा है. इसके लिए उन्होंने ग्लोबल पार्टनरशिप की जरूरत पर बल दिया.
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मामले में हर साल भारत काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 में भारत में कुल 74 अरब डॉलर एफडीआई आया. पिछले साल की तुलना में यह 20 फीसदी ज्यादा है. चालू वित्त वर्ष (2020-21) में अप्रैल-जुलाई के बीच भारत में अब तक 20 अरब डॉलर का एफडीआई आ चुका है.
प्रधानमंत्री ने दुनियाभर के निवेशकों को फाइनेंस और इंश्योरेंस सेक्टर में निवेश करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि भारत ने इंश्योरेंस सेक्टर में एफडीआई का दायरा बढ़ा दिया है. इंश्योरेंस इंटरमीडियरीज के रास्ते 100 फीसदी एफडीआई को मंजूरी है.
निवेशकों से उन्होंने डिफेंस और स्पेस सेक्टर में निवेश की अपील की. डिफेंस सेक्टर में एफडीआई को 74 फीसदी तक बढ़ाया जा रहा है. डिफेंस इक्विपमेंट्स प्रॉडक्शन पर हम फोकस कर रहे हैं, जिसके लिए दो डिफेंस कॉरिडोर तैयार किया गया है.
पीएम ने सिविल एविएशन में निवेश की अपील की. उन्होंने कहा कि अगले आठ साल में एयर पैसेंजर्स की संख्या दोगुनी हो जाएगी. ऐसे में एयरलाइन बिजनेस काफी तेजी से विकास करेगा. भारत की बड़ी प्राइवेट एयरलाइन अभी से तैयारी में जुट गई हैं. हजारों एयरक्रॉफ्ट को बेड़े में शामिल करने की योजना है.
निवेशकों से उन्होंने हेल्थकेयर सेक्टर में निवेश की अपील की. पीएम ने कहा कि यह सेक्टर 22 फीसदी की रफ्तार से विकास कर रहा है. भारतीय कंपनियां मेडिकल टेक्नॉलजी, टेलीमेडिसिन और डायग्नॉस्टिक के क्षेत्र में तेजी से विकास कर रही हैं.
पीएम ने अमेरिकी एनर्जी कंपनियों से भारत में एनर्जी सेक्टर में निवेश की अपील की. इसके अलावा उन्होंने क्लीन एनर्जी में भी कंपनियों को निवेश करने की बात की. इस तरह उन्होंने अमेरिका समेत दुनियाभर के निवेशकों को भारत में कहां-कहां निवेश की संभावनाएं हैं, उसके बारे में जानकारी दी.
Source: DD News